झारखंड सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के लिए ‘मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना’ की शुरुआत की है। इस योजना के तहत राज्य की 21 से 50 वर्ष की महिलाओं को प्रति माह ₹1,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जो सीधे उनके आधार से जुड़े बैंक खातों में जमा होती है।
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत और उद्देश्य
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अगस्त 2024 में इस योजना की शुरुआत की थी, जिसका मुख्य उद्देश्य राज्य की महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाना है। यह योजना विशेषकर ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों की महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है, जो आर्थिक रूप से कमजोर होती हैं। सरकार का लक्ष्य है कि इस योजना के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाए, जिससे वे अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकें।
लाभार्थियों की संख्या और वितरण प्रक्रिया
अब तक 51 लाख से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो चुकी हैं। सरकार ने तीसरी किस्त के रूप में प्रत्येक लाभार्थी के खाते में ₹1,000 जमा किए हैं। चौथी किस्त छठ पूजा से पहले जारी की जाएगी, जिससे त्योहार के समय महिलाओं को आर्थिक सहायता मिल सके।
आवेदन प्रक्रिया और पात्रता
इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण करना होता है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने जिला स्तर पर कैंप लगाकर महिलाओं का पंजीकरण सुनिश्चित किया है। पात्रता के लिए आवश्यक है कि महिला की आयु 21 से 50 वर्ष के बीच हो, उसका आधार से लिंक बैंक खाता हो, और वह किसी अन्य पेंशन योजना का लाभार्थी न हो।
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का विस्तार और भविष्य की योजनाएं
मुख्यमंत्री सोरेन ने स्पष्ट किया है कि आने वाले समय में इस योजना का दायरा और बढ़ाया जाएगा। सरकार का लक्ष्य है कि हर जरूरतमंद महिला को इस योजना का लाभ मिले। इसके लिए राज्य भर में कैंप लगाए जा रहे हैं, जहां महिलाएं अपना पंजीकरण करा सकती हैं और योजना का लाभ उठा सकती हैं।
महिलाओं की प्रतिक्रियाएं
इस योजना से लाभान्वित महिलाओं ने सरकार के इस कदम की सराहना की है। उनका कहना है कि इस आर्थिक सहायता से उन्हें अपने परिवार की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिल रही है। इसके अलावा, वे अपने छोटे-मोटे व्यवसाय शुरू करने की दिशा में भी कदम बढ़ा रही हैं, जिससे उनकी आत्मनिर्भरता बढ़ रही है।
चौथी किस्त की प्रतीक्षा
छठ पूजा से पहले चौथी किस्त जारी होने की घोषणा से महिलाओं में उत्साह है। त्योहार के समय यह आर्थिक सहायता उनके लिए एक उपहार के समान होगी, जिससे वे अपने परिवार के साथ खुशीपूर्वक त्योहार मना सकेंगी। सरकार की इस पहल से महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं, और वे समाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रेरित हो रही हैं।