भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा किसानों पर निर्भर है। किसानों को उनकी मेहनत का उचित लाभ मिले और सरकारी योजनाओं का फायदा आसानी से प्राप्त हो, इसके लिए भारत सरकार ने डिजिटल इंडिया पहल के तहत एक नई योजना शुरू की है, जिसे “किसान आईडी रजिस्ट्रेशन” के नाम से जाना जा रहा है। यह एक ऐसा डिजिटल पहचान पत्र है, जो किसानों को उनकी खेती, जमीन, फसल और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को एक जगह सुरक्षित रखने में मदद करेगा। आइए, इस लेख में हम विस्तार से जानते हैं कि किसान आईडी क्या है, इसका रजिस्ट्रेशन कैसे करें, इसके क्या लाभ हैं और यह किसानों के जीवन को कैसे आसान बना सकता है।
किसान आईडी क्या है?
किसान आईडी एक डिजिटल कार्ड है, जिसे भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने शुरू किया है। यह एक तरह का यूनिक डिजिटल पहचान पत्र है, जिसमें किसान की व्यक्तिगत जानकारी, उनकी जमीन का विवरण, फसलों की जानकारी, मिट्टी की गुणवत्ता, पशुधन और अन्य कृषि से संबंधित डेटा दर्ज होता है। यह कार्ड आधार कार्ड से लिंक होता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि किसान की जानकारी पूरी तरह सुरक्षित और सत्यापित हो। इस डिजिटल पहचान पत्र का मुख्य उद्देश्य किसानों को सरकारी योजनाओं, जैसे पीएम किसान सम्मान निधि, फसल बीमा, बीज और खाद सब्सिडी, और कृषि ऋण जैसी सुविधाओं का लाभ आसानी से दिलाना है।
किसान आईडी का एक और बड़ा फायदा यह है कि यह पारदर्शिता को बढ़ावा देता है। पहले कई बार ऐसा होता था कि सरकारी योजनाओं का लाभ सही किसानों तक नहीं पहुंच पाता था। लेकिन अब, इस डिजिटल पहचान पत्र के जरिए सरकार यह सुनिश्चित कर सकती है कि लाभ केवल सही और पात्र किसानों तक ही पहुंचे।
आवश्यक दस्तावेज
किसान आईडी रजिस्ट्रेशन के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत होती है:
- आधार कार्ड
- जमीन के दस्तावेज (जैसे सातबारा, खसरा-खतौनी)
- बैंक खाता विवरण (पासबुक या कैंसिल चेक)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर (आधार से लिंक)
किसान आईडी के लाभ
किसान आईडी न केवल एक डिजिटल पहचान पत्र है, बल्कि यह किसानों के लिए कई तरह की सुविधाएं भी लाता है। कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
- पीएम किसान सम्मान निधि, फसल बीमा, और खाद-बीज सब्सिडी जैसी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसान आईडी आवश्यक है। यह सुनिश्चित करता है कि लाभ सीधे किसान के बैंक खाते में जमा हो।
- डिजिटल रिकॉर्ड के कारण, अब गलत लोग सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा सकते। आधार से लिंक होने के कारण सत्यापन आसान हो जाता है।
- किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) और अन्य कृषि ऋण लेने में किसान आईडी बहुत मददगार है।
- किसान की जमीन, फसल और मिट्टी की गुणवत्ता का डिजिटल रिकॉर्ड सरकार को नीतियां बनाने और संसाधन आवंटन में मदद करता है।
- यह डिजिटल पहचान पत्र किसानों को उनकी मेहनत का उचित लाभ दिलाने में मदद करता है।
किसान आईडी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
किसान आईडी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को बेहद सरल और सुविधाजनक बनाया गया है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के किसान भी इसे आसानी से पूरा कर सकें। रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके उपलब्ध हैं। आइए, इसे चरणबद्ध तरीके से समझते हैं:
1. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
- सबसे पहले, आपको AgriStack या अपने राज्य की आधिकारिक किसान रजिस्ट्री वेबसाइट पर जाना होगा। उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल के किसानों के लिए यह पोर्टल bkuresults01.com/farmer-id-registration/ हो सकता है।
- वेबसाइट पर “Create New User Account” या “नया उपयोगकर्ता खाता बनाएं” विकल्प पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर डालें। इसके बाद आपके आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा।
- ओटीपी डालकर अपनी पहचान सत्यापित करें।
- सत्यापन के बाद, आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे नाम, पता, सामाजिक श्रेणी (सामान्य/एससी/एसटी/ओबीसी), जमीन का विवरण, और बैंक खाता जानकारी दर्ज करनी होगी।
- सभी जानकारी सही-सही भरने के बाद “Submit” बटन पर क्लिक करें। इसके बाद आपको एक Farmer Enrollment ID मिलेगा, जिसे डाउनलोड कर सकते हैं।
- आपकी जानकारी सत्यापित होने के बाद, 24 घंटे के भीतर आपको किसान आईडी मिल जाएगी।
किसान आईडी रजिस्ट्रेशन की स्थिति कैसे जांचें?
रजिस्ट्रेशन के बाद, आप अपनी किसान आईडी की स्थिति जांच सकते हैं:
- अपने राज्य के AgriStack पोर्टल पर जाएं।
- “Check Enrollment Status” विकल्प पर क्लिक करें।
- अपनी Enrollment ID या आधार नंबर दर्ज करें।
- स्थिति स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।