छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक सहायता के उद्देश्य से शुरू की गई महतारी वंदन योजना की 16वीं किस्त जल्द ही पात्र महिलाओं के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। इस योजना के तहत हर महीने ₹1,000 की राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में जमा की जाती है, जिससे अब तक लाखों महिलाओं को आर्थिक संबल मिला है।
महतारी वंदन योजना का उद्देश्य
महतारी वंदन योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा और परित्यक्त महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवार की आवश्यकताओं को पूरा कर सकें। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को सालाना ₹12,000 की सहायता राशि प्रदान की जाती है।
पात्रता मानदंड
- निवास: आवेदिका छत्तीसगढ़ राज्य की स्थायी निवासी होनी चाहिए
- आयु: महिला की आयु 1 जनवरी 2024 को कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए।
- वैवाहिक स्थिति: विवाहित, विधवा, तलाकशुदा या परित्यक्त महिलाएं पात्र हैं।
- आय सीमा: परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- सरकारी सेवा: परिवार का कोई सदस्य सरकारी सेवा में नहीं होना चाहिए।
- बैंक खाता: महिला का बैंक खाता आधार से लिंक होना आवश्यक है।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड (महिला और पति का)
- बैंक पासबुक की कॉपी
- राशन कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- विवाह प्रमाण पत्र (विवाहित महिलाओं के लिए)
- पति का मृत्यु प्रमाण पत्र (विधवा के लिए)
- तलाक प्रमाण पत्र (तलाकशुदा महिलाओं के लिए)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
आवेदन प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट mahtarivandan.cgstate.gov.in पर जाएं।
- ‘नया आवेदन’ या ‘Apply Online’ विकल्प चुनें।
- आवेदन फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारी भरें।
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन सबमिट करें और संख्या नोट कर लें।
ऑफलाइन आवेदन:
- निकटतम आंगनवाड़ी केंद्र, ग्राम पंचायत या बाल विकास परियोजना कार्यालय से फॉर्म प्राप्त करें।
- फॉर्म भरकर आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
- फॉर्म कार्यालय में जमा करें रसीद प्राप्त करें।
किस्त की स्थिति कैसे जांचें?
- mahtarivandan.cgstate.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
- ‘एप्लीकेशन स्टेटस’ पर क्लिक करें।
- अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा दर्ज करें।
- स्क्रीन पर आपकी एप्लीकेशन की स्थिति प्रदर्शित होगी।
योजना का प्रभाव
महतारी वंदन योजना ने छत्तीसगढ़ की महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है। इस योजना के माध्यम से महिलाएं अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हुई हैं और आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हुई हैं। सरकार की इस पहल ने महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।