दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भीषण तूफान और मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी की थी, लेकिन बुधवार रात से शुरू हुई मौसमी गतिविधियों ने क्षेत्र में हालात बिगाड़ दिए। दिल्ली में पेड़ उखड़ने और बिजली के खंभे गिरने से कई स्थानों पर यातायात ठप हो गया, जबकि उत्तर प्रदेश में भी कई जिलों में नुकसान की खबरें सामने आई हैं।
दिल्ली-एनसीआर में तूफान का कहर
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में रात भर चले तूफान ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई। हवाओं की रफ्तार 70-80 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई, जिससे कई इलाकों में पेड़ और होर्डिंग्स गिर गए। दक्षिणी दिल्ली के साकेत और मालवीय नगर इलाकों में कई वाहनों को नुकसान पहुंचा, जबकि कुछ स्थानों पर बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई। एनडीएमसी और दिल्ली एमसीडी की टीमें घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य में जुट गई हैं।
यूपी में अलर्ट, सीएम योगी ने जारी किए निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौसम की चुनौतियों को देखते हुए अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन को नुकसान का आकलन कर पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाने के आदेश दिए। गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ, बागपत और गौतमबुद्ध नगर जैसे जिलों में भी तूफान से फसलों और घरों को नुकसान पहुंचा है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, अगले 24-48 घंटों तक उत्तर भारत के कई हिस्सों में असमान्य मौसम की संभावना बनी हुई है। दिल्ली, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा न करने की सलाह दी है।
सावधानियां और राहत उपाय
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे तूफान के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और बिजली के खंभों व पेड़ों से दूर रहें। आपातकालीन सेवाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर सक्रिय कर दिए गए हैं। दिल्ली एनडीआरएफ और यूपी एसडीआरएफ की टीमें भी मौसमी आपदा से निपटने के लिए तैनात हैं।
इस मौसमी उथल-पुथल के बीच प्रशासन और आम जनता दोनों की जिम्मेदारी है कि वे सतर्कता बरतें और आपदा प्रबंधन के निर्देशों का पालन करें।